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जी20 शिखर सम्मेलन पर निबंध (Essay on G20 Summit in Hindi)- जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। शुरुआती दौर में बड़े पैमाने पर जी20 का ध्यान व्यापक आर्थिक मुद्दों पर केंद्रित रहा, लेकिन बाद में इसके एजेंडे का विस्तार किया गया। अब व्यापार, जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण तथा भ्रष्टाचार जैसी वैश्विक समस्याओं के महत्व को देखते हुए जी20 शिखर सम्मेलनों में इन विषयों को भी शामिल कर लिया गया है। जी20 शिखर सम्मेलन के दायरे तथा महत्व को देखते हुए, इसके प्रति जागरूक बनने की जरूरत अब पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है।
परीक्षाओं में भी जी20 शिखर सम्मेलन पर निबंध के प्रश्न भी पूछे जाते हैं। प्रशासनिक सेवाओं में भी टिप्पणी या जी20 शिखर सम्मेलन पर निबंध (Essay on G20 Summit in hindi) संबंधी प्रश्न कई बार पूछ लिए जाते हैं। ऐसे में इस G20 समिट निबंध (G20 Summit nibandh) से उपयोगी जानकारी मिलेगी जिससे न केवल ज्ञान का दायरा बढ़ेगा, बल्कि बेहतर अंक पाने में भी मदद मिलेगी।
नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन 2023 घोषणा पत्र देखें
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जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 18 और 19 सितंबर को ब्राजील के रियो डि जेनेरियो के म्यूजियम ऑफ मॉर्डन आर्ट में होगा, जिसमें जिसमें 19 सदस्य देशों के नेताओं के अलावा अफ्रीकी संघ और यूरोपीय संघ के नेता भी उपस्थित रहेंगे।
जी20 ब्राजील ने 2024 में जी20 संवाद के लिए तीन मुख्य एजेंडा प्राथमिकताएं रखी हैं:
ब्राजील सरकार ने 15 शहरों में जी20 कार्यक्रमों के लिए 300 मिलियन रैंड (60 मिलियन अमरीकी डॉलर) का बजट रखा है। 21-22 फरवरी को विदेश मंत्रियों के कार्यक्रम की सुरक्षा के लिए सरकार ने सशस्त्र बलों और संघीय पुलिस के 1,200 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया। रियो के आधुनिक कला संग्रहालय में जी20 की बैठक होगी। इस संग्रहालय में सोलह हज़ार कलाकृतियां हैं। शिखर सम्मेलन के लिए मुख्य स्थल का व्यापक नवीनीकरण और जीर्णोद्धार किया गया है जिसका बजट 40 मिलियन रैंड (7.6 मिलियन अमरीकी डॉलर) है।
इससे पहले भारत की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित 9-10 सितंबर, 2023 तक आयोजित G20 Summit 2023 के घोषणा पत्र की प्रस्तावना - हम एक पृथ्वी, एक परिवार हैं और हमारा साझा भविष्य है (We are One Earth, One Family, and we share One Future) वसुधैव कुटुबंकम् की भारतीय विचारधारा को दर्शाती है। जी20 शिखरवार्ता बेहद सफल मानी गई, शिखर सम्मेलन के घोषणा पत्र पर आयोजन के पहले ही दिन बनी आम सहमति से पता चलती है। ध्येयवाक्य वाला बेहद सफल रहा। हालांकि रूस-यूक्रेन युद्ध पर सदस्य देशों के उलट राय के चलते इसकी सफलता पर संशय के बादल मंडरा रहे थे लेकिन अंततः सभी पक्षों को एक मंच और साझा उद्देश्यों के तहत काम करने पर सहमति बन गई। जी20 सम्मेलन का पूरा घोषणा पत्र लेख में दिए लिंक पर देखा जा सकता है।
1 दिसंबर, 2023 से जी20 की अध्यक्षता औपचारिक तौर पर ब्राजील को मिल गई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्वीट कर जो कुछ लिखा उससे जी20 सम्मेलन की सफलता प्रदर्शित होती है -
"ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था जलवायु संकट, कमजोरी और संघर्षों के थपेड़े झेल रही है, इस साल के शिखर सम्मेलन ने साबित कर दिया कि जी20 अब भी हमारी सबसे गंभीर समस्याओं का हल निकाल सकता है।"
जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन प्रतिवर्ष अलग-अलग सदस्य देशों में किया जाता है। हमारे देश भारत के पास 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक G20 की अध्यक्षता रही और जी20 2023 का आयोजन वर्ष 2023 में भारत में किया गया। जी20 शिखर सम्मेलन 2023 की शुरुआत 4-7 दिसंबर, 2022 तक उदयपुर में आयोजित पहली शेरपा मीटिंग के साथ हुई। जी20 समिट 2023 का आयोजन नई दिल्ली में 9-10 सितंबर, 2023 को किया गया जिसमें शासनाध्यक्षों और राष्ट्रयाध्यक्षों की बैठक हुई। इसके साथ ही जी20 समिट 2023 का समापन हुआ। पूरे वर्ष मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों और समितियों के बीच आयोजित सभी G20 प्रक्रियाओं और बैठकों का उपसंहार 9-10 सितंबर 2023 तक दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के साथ हुआ। G20 नई दिल्ली शिखर सम्मेलन के समापन पर जी20 नेताओं की घोषणा को अपनाया गया, जिसमें संबंधित मंत्रिस्तरीय और कार्य समूह की बैठकों के दौरान प्राथमिकताओं पर की गई चर्चा के दौरान विभिन्न विषयों पर नेताओं के बीच बनी सहमति और प्रतिबद्धताओं की घोषणा की गई।
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G20 शिखर सम्मेलन 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की सरकारों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मंच है। जी20 की स्थापना वर्ष 1999 में अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग और विकास से संबंधित नीतिगत मुद्दों पर चर्चा और उनका समाधान करने के लिए की गई थी। जी20 में प्रतिनिधित्व करने वाले 20 देशों का विश्व के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85% और इसकी जनसंख्या का दो-तिहाई हिस्सा है। जी20 के सदस्य देश हैं - अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, रूस, मैक्सिको, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके तथा यूएसए। जी20 भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के साथ जुड़ने, अपने आर्थिक हितों को बढ़ावा देने तथा महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
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भारत के लिए G20 का महत्व (Importance Of G20 For India)
जी20 भारत के लिए कई कारणों से महत्वपूर्ण है:
प्रतिनिधित्व: भारत G20 में शामिल 20 देशों में से एक है, जो इसे वैश्विक अर्थव्यवस्था से संबंधित नीतिगत मुद्दों पर चर्चा के लिए अंतर्राष्ट्रीय मंच में अपना पक्ष रखने का मौका देता है। जी20 सम्मेलन भारत को प्रमुख आर्थिक मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण और राय साझा करने के साथ ही वैश्विक आर्थिक नीतियों की दिशा तय करने वाले मुद्दों पर राय देने का अवसर प्रदान करता है।
आर्थिक विकास: G20 भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के साथ जुड़ने और अपने आर्थिक हितों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करता है। भारत निवेश और व्यापार को आकर्षित करने के लिए जी20 मंच का भरपूर लाभ उठा सकता है, जो इसके आर्थिक विकास और विकास को गति दे सकता है।
वैश्विक मुद्दे: भारत के लिए G20 जलवायु परिवर्तन, गरीबी और असमानता जैसे वैश्विक मुद्दों को संबोधित करने का एक महत्वपूर्ण मंच है। भारत इन मुद्दों का समाधान खोजने और सतत व समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए अन्य जी20 देशों के साथ सहयोग कर सकता है।
वित्तीय स्थिरता: G20 समूह भारत के लिए भी प्रासंगिक है क्योंकि यह अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। भारत वित्तीय विनियमन और स्थिरता से जुड़े विषयों पर चर्चा में भाग ले सकता है, जो यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकता है कि वैश्विक वित्तीय प्रणाली स्थिर और लचीली बनी रहे और इसके हितों की अनदेखी न होने पाए।
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जी20 शिखर सम्मेलन पर 500 शब्दों का निबंध (500 Words Essay On G20 Summit in Hindi)
जी20 ने भारत को अंतरराष्ट्रीय आर्थिक नीतियों को आकार देने और अपनी वित्तीय स्थिरता को बढ़ाने में भाग लेने का अवसर भी प्रदान किया है। 2023 G20 शिखर सम्मेलन में कई प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किए गए, जिसमें COVID-19 की वैश्विक महामारी के बाद बनी वैश्विक आर्थिक संकट वाली स्थित से बाहर आने, स्थाई और समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा देने तथा असमानता और गरीबी को दूर करने जैसे मुद्दे शामिल थे। नेताओं के बीच जलवायु संकट से निपटने, अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रणाली को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता को बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की गई।
2023 G20 शिखर सम्मेलन में चर्चा के प्रमुख विषयों में से एक कोविड 19 टीकों का रोलआउट और महामारी से निपटने के लिए चल रहे प्रयास होने की उम्मीद है। नेता महामारी को दूर करने की दिशा में किए गए प्रयासों और मध्यम आय वाले देशों के लिए टीके की खुराक के प्रावधान सहित कई बिंदुओं पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
चर्चा का एक अन्य महत्वपूर्ण मुद्दा वैश्विक अर्थव्यवस्था को महामारी से उबारने और विकास को बहाल करने और रोजगार सृजित करने के लिए आवश्यक प्रयास होंगे। उन नीतियों को लागू करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे जो निवेश और व्यापार का समर्थन करती हों, डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा देती हों और छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों के सामने आने वाली चुनौतियों का हल करती हों।
2023 जी20 शिखर सम्मेलन नेताओं को जलवायु संकट को संबोधित करने और अधिक टिकाऊ और समावेशी भविष्य की दिशा में काम करने का अवसर भी प्रदान करेगा। शिखर सम्मेलन में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देते हुए हरित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के संभावित तरीकों पर चर्चा किए जाने की उम्मीद है।
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जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit in Hindi) प्रासंगिक है, क्योंकि यह विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं को एक साथ आने और महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
G20 देश दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद का 85% और इसकी दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो इसे अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग और इससे जुड़े निर्णय लिए जाने का एक महत्वपूर्ण मंच बनाता है।
G20 शिखर सम्मेलन नेताओं को विचारों का आदान-प्रदान करने, नीतिगत समाधानों पर चर्चा करने और वैश्विक समुदाय की प्रमुख चुनौतियों के समाधान के प्रयासों का समन्वय करने की अवसर देता है। ये चुनौतियाँ आर्थिक मुद्दों जैसे मंदी, व्यापार और निवेश से लेकर गरीबी, असमानता और जलवायु परिवर्तन जैसे सामाजिक मुद्दों हो सकती हैं।
जी20 शिखर वार्ता (G20 Summit in Hindi) इसलिए भी प्रासंगिक है क्योंकि यह सामूहिक प्रयासों को मंच प्रदान करता है। प्रतिनिधि उन नीतियों और पहलों को लागू करने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं जिनका वैश्विक अर्थव्यवस्था और समाज पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। उदाहरण के लिए, G20 ने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट का जवाब देने और COVID-19 महामारी की वैश्विक प्रतिक्रिया के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अंत में, जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit in Hindi) बेहद प्रासंगिक है क्योंकि यह दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं को महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों को संबोधित करने और उनका समाधान खोजने की दिशा में काम करने के लिए उन्हें एक साथ एक मंच पर लेकर आता है। इसका महत्व अंतरराष्ट्रीय सहयोग और निर्णय लेने की सुविधा और सामूहिक कार्रवाई को चलाने और सभी के लिए बेहतर भविष्य बनाने की क्षमता में निहित है।
उम्मीद है कि जी20 समिट (G20 Summit in Hindi) के बारे में इस निबंध से आपको उपयोगी जानकारी प्राप्त हो गई होगी और अब इस लेख के माध्यम से आपको जी20 समिट (G20 Summit in Hindi) के ऊपर निबंध लिखने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। धन्यवाद।
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