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क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi) - क्रिसमस (christmas in hindi) भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। इस पर्व को प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इस पर्व को लेकर स्कूली बच्चों में काफी उत्साह दिखता है, क्योंकि स्कूलों में इस अवसर पर कई तरह के कल्चरल प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं। क्रिसमस का महत्व समझाने के लिए कई बार विद्यालयों में छात्रों को क्रिसमस पर निबंध (christmas in hindi) लिखने का कार्य भी दिया जाता है। कई बार तो छोटी कक्षा में महत्वपूर्ण अंक के लिए क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) लिखने का प्रश्न पूछ लिया जाता है।
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कई ऐसे छात्र होते हैं जिन्हें क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) लिखने में समस्या होती है या फिर हिंदी विषय पर उनकी पकड़ मजबूत नहीं होती है, ऐसे में क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (essay on christmas in hindi) लिखने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा क्रिसमस के बारे में जानकारी का अभाव भी एक वजह है जिस कारण से क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) या फिर क्रिसमस पर 10 लाइन हिंदी में (10 line about christmas in hindi) लिखना छात्रों के लिए एक कठिन कार्य बन जाता है।
यदि आप भी ऊपर बताई गई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो ऐसा समझिए कि आज आप बिल्कुल सही जगह आ गए हैं क्योंकि क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपकी इन सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपको ना सिर्फ क्रिसमस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें (how to write essay on christmas in hindi), इसकी जानकारी मिलेगी, बल्कि इसकी सहायता से आपको किसी भी अन्य निबंध को कैसे लिखा जाए, ये भी पता चलेगा। हालांकि हम आपसे निवेदन करेंगे कि आप क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख से निबंध लिखने की सिर्फ प्रेरणा लें तथा स्वयं की समझ का इस्तेमाल करते हुए ही क्रिसमस पर लेख हिंदी में (christmas essay in hindi) या फिर क्रिसमस पर 10 लाइन (10 line about christmas in hindi) लिखने की कोशिश करें।
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क्रिसमस दुनिया-भर में मनाया जाने वाला पर्व है, जिसे हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इसे बड़ा-दिन के रूप में भी जाना जाता है। यह पर्व विशेष रूप से यीशु मसीह के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है। यीशु मसीह वो शख्स थे जिन्होंने न सिर्फ ईसाई धर्म की स्थापना की, बल्कि ईसाई मान्यताओं के अनुसार इन्सानों के गुनाह की खातिर खुद सूली पर चढ़ गए। यही वजह है कि दुनिया भर के इसाइयों के लिए यह त्योहार काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यीशु मसीह का जन्म फिलिस्तीन के बेथलहेम शहर में लगभग 1 ईसा पूर्व हुआ था। उनके पिता का नाम जोसफ तथा माता का नाम मैरी था। यह शहर आज के जमाने में इजरायल की राजधानी येरुशलम से 10 किलोमीटर दूर सेंट्रल वेस्ट बैंक में स्थित है। यीशु मसीह के जन्म से ही अंग्रेजी कैलेंडर की भी शुरुआत हुई जिसे वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
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चूंकि दुनिया भर में ईसाई धर्म में आस्था रखने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है, यही वजह है कि क्रिसमस की खुशी तथा इसका जश्न वैश्विक स्तर पर देखा जा सकता है। दुनियाभर के लोग इसे धूमधाम से मनाते हैं। यकीनन विविधता में एकता के लिए प्रसिद्ध हमारा देश भारत भी इससे अछूता नहीं है। भारत में भी ईसाइयों की एक बड़ी तादाद मौजूद है। प्रत्येक वर्ष क्रिसमस की तारीख के नजदीक आते ही दुनिया भर के बाज़ारों के साथ-साथ भारत के बाज़ारों में भी क्रिसमस को लेकर गहमागहमी बढ़ जाती है। लाल रंग की सांता क्लॉज की टोपी व परिधान, जगमगाते बल्ब्स, चमकीले सितारे और क्रिसमस ट्री आदि जैसी समाग्रियों से भारतीय बाजार सज जाते हैं जिससे इनकी खूबसूरती देखने ही बनती है। केक व पेस्ट्रिज की दुकानों पर भीड़ बढ़ जाती है। इस दिन विशेष तौर पर केक काटने व एक-दूसरे को गिफ्ट देने का चलन है।
प्रभू के जन्म की खुशियां मनाते हुए चर्चों को सजाया जाता है। साथ ही मसीही समाज के अलावा ईसा को मानने वाले अन्य समाज घरों में भी क्रिसमस ट्री और क्रिब यानी गोशाला को सजाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज का इंतजार बच्चों को रहता है कि सांता आकर उनकी विश पूरी करेंगे। सांता बने लोग भी बच्चों को खुश करते हुए उन्हें गिफ्ट, चॉकलेट, टॉफी आदि देते हैं। स्कूलों में प्रभु यीशु के जन्म पर कई तरह के रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। बाजार में भी सांता क्लॉज ड्रेस की बिक्री बढ़ जाती है। कुल मिलाकर क्रिसमस एक भव्य आयोजन के रूप में विश्व भर में मनाया जाता है।
महत्वपूर्ण लेख :
क्रिसमस कैरोल ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाने वाला एक धार्मिक और पारंपरिक गीत या भजन होता है। जो क्रिसमस के दौरान खूब गाया जाता है। क्रिसमस के दिन ईसाई धर्म को मानने वाले लोग चर्च जाते हैं। कैरोल गायन के साथ भगवान यीशु मसीह के भजन गाते हैं व उनसे अपनी गलतियों के लिए माफी मांगते हैं। इसके बाद मेहमानों व बच्चों को तोहफे व आकर्षक क्रिसमस कार्ड्स दिए जाते हैं। रिश्तेदारों व दोस्तों को इस दिन विशेष तौर पर क्रिसमस के भोज के लिए आमंत्रित किया जाता है। रात्रि भोज के बाद सभी लोग क्रिसमस ट्री (x-mas tree) के चारों ओर नाचते हैं, गाना गाते हैं व जश्न मनाते हैं। भारत में तो यह पर्व सभी धर्म के लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं। इस दिन लगभग संपूर्ण विश्व में अवकाश रहता है। इस दिन राष्ट्रीय अवकाश भी होता है। सभी सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ प्राइवेट कार्यालय, स्कूल व कॉलेज भी इस दिन बंद रहते हैं। कई कार्यालयों व विद्यालयों में क्रिसमस से एक दिन पहले क्रिसमस के जश्न का आयोजन होता है।
क्रिसमस की खास बात ये भी है कि बड़े व बुजुर्गों के साथ-साथ छोटे बच्चों को भी क्रिसमस का बेसब्री से इंतजार रहता है। इसकी सबसे बड़ी वजहों में से एक है सांता क्लौज। इस दिन बच्चे सांता क्लौज का इंतजार करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि सांता क्लौज उनके लिए गिफ्ट्स लेकर आएंगे। इसके अलावा घर में क्रिसमस ट्री को तोहफों, रंगीन लाइट्स व चमकीले सितारों से सजाया जाता है। छोटे बच्चे ये काम बड़े उत्साह के साथ करते हैं। घर में बनने वाले तरह-तरह के पकवान, विद्यालयों की छुट्टियाँ और नए कपड़े भी एक और बड़ा कारण है जिसकी वजह से बच्चों को इस त्योहार का काफी इंतजार रहता है।
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क्रिसमस का पर्व समाज को मानवता के लिए दिए गए प्रभु यीशु मसीह के संदेशों व उनके द्वारा किए गए कार्यों की याद दिलाता है। यह पर्व लोगों को यह संदेश देता है कि हम चाहे कितना भी कष्ट सहें, हम पर चाहे कितनी भी आपदा क्यों न आ जाए लेकिन इसके बावजूद भी हमें इंसानियत को नहीं भूलना चाहिए। इसके साथ ही हमें स्वयं के साथ-साथ लगातार दूसरों को भी इस बात केलिए प्रेरित करना चाहिए कि वे बुरे कार्यों को छोड़ कर सभी के साथ मिलकर समाज को बेहतर व सुंदर बनाने का निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
क्रिसमस की एक खास बात यह भी है कि इस दिन सभी लोग एक दूसरे को मैरी क्रिसमस बोल कर बधाइयाँ देते हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि क्रिसमस के दिन लोग मैरी क्रिसमस क्यों बोलते हैं, हैप्पी क्रिसमस और मैरी क्रिसमस में क्या अंतर है या फिर क्या हैप्पी क्रिसमस बोलना गलत है। आपके इन सभी सवालों का जवाब आज आपको मिल जाएगा।
महत्वपूर्ण लेख -
सबसे पहले आपको बता दें कि मैरी क्रिसमस का हिंदी में अर्थ (merry christmas meaning in hindi) हैप्पी क्रिसमस के हिंदी में अर्थ के समान ही होता है। जहां 'हैप्पी क्रिसमस' का अर्थ होता है, आनंदित क्रिसमस, वहीं 'मैरी क्रिसमस' का हिंदी में अर्थ (merry christmas meaning in hindi) भी आनंदित क्रिसमस ही होता है। एक तरह से देखा जाए तो 'हैप्पी' व्यावहारिक अंग्रेजी में उपयोग किया जाने वाला शब्द है, जबकि 'मैरी' शब्द का उपयोग भावनात्मक एहसास देने के के लिए किया जाता है। जैसे कि हिंदी में 'रोना' शब्द व्यावहारिक कहा जा सकता है, लेकिन वहीं इसी अर्थ के लिए 'भावभीनी' का उपयोग भावनात्मक जुड़ाव के लिए किया जा सकता है। हालांकि, कई लोगों का यह भी मानना है कि प्रभु यीशु मसीह की माताजी का नाम चूंकि मरियम उर्फ मैरी था इसलिए भी 'हैप्पी क्रिसमस' की जगह 'मैरी क्रिसमस' कहा जाता है।
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हम उम्मीद करते हैं कि क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) विशेष इस लेख से आपकी क्रिसमस पर निबंध (christmas essay in hindi) लिखने से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान हो गया होगा। आप सभी को क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाएँ।
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क्रिसमस पर 10 लाइन लिखने के लिए आपको क्रिसमस के विषय में मूल जानकारी होना आवश्यक है। आप क्रिसमस पर 10 लाइन लिखने के लिए सबसे पहले क्रिसमस पर 10 प्रश्नों को तैयार कीजिए जैसे कि क्रिसमस कब मनाया जाता है, क्रिसमस क्यों मनाया जाता है आदि। इसके बाद इन प्रश्नों का उत्तर ढूंढ कर लिखते ही आप क्रिसमस पर 10 लाइन आसानी से लिख पाएंगे। क्रिसमस पर 10 लाइन लिखने के लिए आप इस लेख की भी सहायता ले सकते हैं।
क्रिसमस प्रभु यीशु मसीह के जन्म, जीवन और उनके बलिदान की कहानी बयां करता है। इस दिन प्रभु यीशु के सामने अपनी गलतियों के लिए माफी मांगते हुए इंसान अपने जीवन को एक बार फिर से नए सदकर्मों के रास्ते पर ले जा सकता है। यह पर्व हमें बताता है कि इंसानियत के लिए जियो और इंसानियत को बचाए रखो।
क्रिसमस पर्व लोगों को यह संदेश देता है कि हम चाहे कितना भी कष्ट सहें, हम पर चाहे कितनी भी आपदा क्यों न आ जाए लेकिन इसके बावजूद भी हमें इंसानियत को नहीं भूलना चाहिए। इसके साथ ही हमें स्वयं के साथ-साथ लगातार दूसरों को भी इस बात केलिए प्रेरित करना चाहिए कि वे बुरे कार्यों को छोड़ कर सभी के साथ मिलकर समाज को बेहतर व सुंदर बनाने का निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
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