राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर भाषण (National Space Day Speech in Hindi) - 23 अगस्त
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राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर भाषण (National Space Day Speech in Hindi) - 23 अगस्त

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Mithilesh KumarUpdated on 22 Aug 2025, 02:54 PM IST
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राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर भाषण (National Space Day Speech in Hindi) - भारत में, राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 23 अगस्त, 2024 को मनाया जाता है। भारत ने 23 अगस्त, 2023 को अपने चंद्रयान -3 विक्रम लैंडर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सफलतापूर्वक उतारा था। इस उपलब्धि पर भारत सरकार ने हर वर्ष 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने का फैसला किया। भारत वर्ष 2024 में अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मना रहा है। इस वर्ष राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस की थीम "चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा" है। भारत अब चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा देश है और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र के पास उतरने वाला पहला देश है।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर निबंध

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर भाषण (National Space Day Speech in Hindi) - 23 अगस्त
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर भाषण (National Space Day Speech in Hindi)

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर संक्षिप्त भाषण (Short Speech on National Space Day in hindi)

भारत 23 अगस्त, 2024 को अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाएगा। यह अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत की कई और आगामी प्रगति की शुरुआत है। देशभर में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस बहुत धूमधाम से मनाया जाएगा। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 के लिए इस वर्ष की थीम "चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा" है। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाकर हमारा लक्ष्य भावी पीढ़ी को प्रेरणा देना है। यह वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और अंतरिक्ष प्रेमियों की अगली पीढ़ी के लिए है। यह दिन देश के गौरव, वैज्ञानिक उत्कृष्टता और वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय में भारत के बढ़ते प्रभाव को प्रदर्शित करता है।

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने का उद्देश्य

जैसे-जैसे भारत अंतरिक्ष अन्वेषण में आगे बढ़ रहा है, राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस एक मील के पत्थर के रूप में कार्य करेगा, जो भारतीय युवाओं और भावी पीढ़ियों के लिए संभावित संभावनाओं की याद दिलाता है। यह भारत के बच्चों के लिए है कि उन्हें बड़े और नवोन्मेषी सपने देखने और भविष्य में होने वाली वैज्ञानिक उपलब्धियों में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने के लिए अंतरिक्ष प्रदर्शन और महत्वपूर्ण घोषणाएं जैसे कार्यक्रम शामिल किए जाएंगे। यह न केवल वैज्ञानिकों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक साथ आना और देश की साझा उपलब्धि का जश्न मनाना है।

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राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर लंबा भाषण (Long Speech on National Space Day in hindi)

भारत में, राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस प्रत्येक वर्ष 23 अगस्त को मनाया जाएगा। पिछले साल 23 अगस्त, 2023 को भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में चंद्रयान-3 विक्रम लैंडर को सफलतापूर्वक उतारा। इस उपलब्धि के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 अगस्त को भारत का "राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस" घोषित किया है। यह दिन भारत में व्यापक रूप से मनाया जाएगा क्योंकि यह एक ऐतिहासिक क्षण है।

उत्सव का उद्देश्य

भारत ने 23 अगस्त, 2023 को अपने चंद्रयान -3 विक्रम लैंडर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सफलतापूर्वक उतारा, जिससे यह चंद्र लैंडिंग हासिल करने वाला चौथा देश बन गया और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र तक पहुंचने वाला पहला देश बन गया। यह अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि है।

गतिविधियां

देश भर में पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस "चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा" थीम के साथ मनाया जाएगा। अंतरिक्ष विभाग ने जनता, विशेषकर आज के युवाओं को शामिल करने के लिए "स्पेस ऑन व्हील्स" नामक एक कार्यक्रम भी आयोजित किया है। इस आयोजन के माध्यम से, मोबाइल प्रदर्शनी बसें विश्वविद्यालयों और कॉलेजों और भारतीय अंतरिक्ष हैकथॉन का दौरा करेंगी। इस गतिविधि के माध्यम से, छात्रों को वास्तविक दुनिया की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी समस्याओं को हल करने की चुनौती दी जाएगी।

उद्देश्य

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस का उद्देश्य भारत की ऐतिहासिक घटना, यानी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर चंद्रयान-3 विक्रम लैंडर की लैंडिंग का जश्न मनाना है। यह दिन इसरो वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के सम्मान के रूप में कार्य करता है, जिनके नवाचारों ने भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र तक पहुंचने वाला पहला देश बना दिया। यह दिन युवाओं की भावी पीढ़ी को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, गणित और इंजीनियरिंग का अध्ययन करने के लिए प्रेरित करने के लिए है। इसका उद्देश्य बच्चों को बड़े सपने देखने और नवाचार में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस राष्ट्रीय गौरव, वैज्ञानिक उत्कृष्टता और वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय में भारत की वृद्धि का प्रतीक है। यह अंतरिक्ष अन्वेषण के महत्व और पृथ्वी पर जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 मनाने के लिए, कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की जा रही है। हाइलाइट की गई परियोजनाओं में से एक "स्पेस ऑन व्हील्स" है, जहां मोबाइल प्रदर्शनी बसें विश्वविद्यालयों और कॉलेजों का दौरा करेंगी, और भारतीय अंतरिक्ष हैकथॉन, जो छात्रों को वास्तविक दुनिया की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी समस्याओं को हल करने की चुनौती देता है। यह कार्यक्रम अंतरिक्ष विभाग द्वारा जनता, विशेषकर आज के युवाओं को शामिल करने के लिए आयोजित किया जाता है।

अंतरिक्ष मिशन: Axiom‑4 (Ax‑4)

हाल ही में भारतीय शुभ्रांशु शुक्ला अंतरिक्ष मिशन: Axiom‑4 (Ax‑4) में शामिल हुए। यह एक निजी और अंतर्राष्ट्रीय मिशन था जिसमें भारत के ISRO ने NASA और Axiom Space के सहयोग से Axiom‑4 (Ax‑4) के माध्यम से ISS (International Space Station) पर पहला भारतीय खगनयात्री भेजा। शुभ्रांशु शुक्ला इस मिशन के पायलट थे। मिशन की अवधि लगभग 18 दिन रही, जिसमें प्रमुख रूप से 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग शामिल थे—जिनमें से लगभग 7 प्रयोग सीधे ISRO द्वारा डिज़ाइन किए गए थे। इन प्रयोगों ने माइक्रोग्रैविटी में मानव शरीर, पौधों की वृद्धि, सामग्री विज्ञान, ध्यान क्षमता आदि विषयों पर नया विज्ञानिक डेटा प्रदान किया। शुभ्रांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं—पहले राकेश शर्मा (1984 में) हैं और यह पहला अवसर था जब कोई ISRO गगनयात्री सीधे ISS गया हो। यह मिशन भारत के ‘Gaganyaan’ मानव अंतरिक्ष अभियान के लिए भी एक महत्वपूर्ण तैयारी का हिस्सा था।

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राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 पर 10 पंक्तियां (10 Lines on National Space Day 2024 in hindi)

  1. 23 अगस्त, 2023 को भारत ने अपने चंद्रयान-3 विक्रम लैंडर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सफलतापूर्वक उतारा।

  2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 अगस्त को भारत में "राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस" के रूप में मनाने की घोषणा की।

  3. राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 23 अगस्त 2024 को भारत मंडपम में मनाया जाएगा।

  4. भारत अब चंद्रमा पर लैंडिंग करने वाला चौथा देश है और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र तक पहुंचने वाला पहला देश है।

  5. भारत अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस "चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा" थीम के साथ मनाएगा।

  6. यह दिन इसरो और उसके वैज्ञानिकों की उपलब्धियों पर प्रकाश डालता है जिन्होंने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में योगदान दिया है।

  7. राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस का उद्देश्य युवा भावी पीढ़ियों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में करियर बनाने के लिए प्रेरित करना है।

  8. यह एक साझा उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए विविध पृष्ठभूमियों से पूरे देश को एक साथ लाता है।

  9. राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने के लिए कार्यक्रम में अंतरिक्ष प्रदर्शन और महत्वपूर्ण घोषणाएं शामिल होंगी।

  10. अंतरिक्ष विभाग द्वारा "स्पेस ऑन व्हील्स" परियोजना का आयोजन किया गया है, जहां मोबाइल प्रदर्शनी बसें विश्वविद्यालयों और कॉलेजों और भारतीय अंतरिक्ष हैकथॉन का दौरा करेंगी, जो छात्रों को वास्तविक दुनिया की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी समस्याओं को हल करने की चुनौती देती है।

महत्वपूर्ण लेख:

महत्वपूर्ण प्रश्न

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस कब है?

23 अगस्त को चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के सम्मान में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया जाता है।

अंतरिक्ष दिवस 2024 का विषय क्या है?

अंतरिक्ष दिवस 2024 का विषय "चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा" है। इसी थीम पर हम चंद्रयान-3 नामक भारत के सफल चंद्रमा लैंडिंग मिशन का जश्न मनाएंगे।

अंतरिक्ष दिवस का उद्देश्य क्या है?

अंतरिक्ष दिवस का उद्देश्य मानव उपलब्धियों का जश्न मनाना, देश के युवाओं को प्रेरित करना, जनता को अंतरिक्ष अन्वेषण के महत्व के बारे में शिक्षित करना और राष्ट्रीय गौरव और एकता को बढ़ावा देना है।

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